रेस्टोरेंट के कोने की टेबल पर , नजर नीची किये वो अकेली खाना खा रही थी । बहुत भूख लगी थी । अपने आस - पास के परिवेश से बेगानी सी थी , कि अचानक एक आवाज आई ।
" क्या मै यहाँ बैठ सकता हूँ ? "
" हूँ " मुँह में कौर डालते हुए वह बेफिक्र थी ।
" आप कहाँ से है ? "
" कोलकाता से " उचटती सी नजर उस पर डाल , फिर से खाने में तल्लीन हो गई ।
" अरे , फिर तो हम-वतन हुए हम आप "
" मतलब ? "
" मतलब , मै भी कोलकाता से हूँ "
" अच्छा ! " उसकी आँखें चमक गई ।
" आपका नाम ? "
" नीरजा "
" और आपका ? "
" सुदीप बनर्जी "
" बहुत बढिया ! यहाँ कैसे ? "
" एम आर हूँ , इस शहर से उस शहर , घूमना ही मेरा काम है "
" और आप ? "
" मै भी आज ही एक अर्जेंट मीटिंग के लिए आई थी , वापस जाने के लिए शाम को ९ बजे ट्रेन है मेरी "
" तो अभी सिर्फ २ बजे है , क्या करेंगी इतने देर ? कहाँ रहेंगी ? "
" क्या करूँगी , हाँ , समस्या तो है , कोई बात नहीं ,स्टेशन पर प्रतिक्षागृह में , कुछ किताबें पढते हुए समय बिताऊँगी "
" रात में १० बजे मेरी भी फ्लाइट है । आप चाहे तो मेरे कमरे में आराम कर सकती है "
" आपको दिक्कत होगी मेरे रहने से "
" अरे ,कोई दिक्कत नहीं "
" फिर चलिए "
" चलिए "
" नहीं नहीं , आप नहीं , मै दूंगी मेरे खाने के पैसे "
" क्या फर्क पडता है नीरजा जी , हम वतन जो ठहरे ,हक बनता है "
" जी "
" कितनी दूर है आपका होटल यहाँ से ? "
" यहीं नजदीक ही है , बस पीछे वाली गली में "
" जी "
" तीसरी मंजिल पर है , आप चढ़ लेंगी ना ? "
" हाँ , चढ़ लूंगी , वैसे आदत तो नहीं है "
" आप यहाँ आराम कीजिये मै रिसेप्सन में जाकर बैठता हूँ ।"
" अरे नहीं , मेरी वजह से आप अपना कमरा छोड़ कर ....आप भी यहीं पर आराम कीजिये । "
" चलिए बातें ही करते है , अपने बारे में बताईये ,घर में कौन कौन है "
" माँ ,बाबा ,दादी ,पत्नी और बेटा है । "
" शादी हो गई है ? बढिया , क्या नाम है पत्नी का ? "
" नीरजा बनर्जी "
" क्या ! मेरा नाम ! "
" हाँ , आपका नाम ! "
" अच्छा है यह फिर तो "
" देखिए अब ८ बज रहे है आपको स्टेशन के लिए निकलना चाहिए ।"
" ओह ,हाँ , आठ बज गये ! बातों में कैसे वक्त बीत गया मालूम ही नहीं पड़ा "
" क्या मै एक पिक लूँ आपके साथ ? "
" हाँ , अवश्य "
" मेरे दिल में एक हसरत जागी है अभी "
" मेरे भी दिल में कुछ जागी है आपके लिए "
" क्या ? "
" पहले आप बताईये "
" नहीं पहले आप "
" ओके , ....... , जाने से पहले एक बार आपके गले लगना चाहता हूँ "
" ओह ! "
" आपकी बारी , अब आप अपने दिल की बताईये "
" बताऊँ ? "
" हाँ , मैं बेसब्र हो रहा हूँ "
" आपके मुँह से अपने लिए " माँ " सुनना चाहती हूँ "
" माँ ! "
" आओ , गले लग जाओ ! "
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