मैली सी .. कहीं -कही से उधडी फ्राॅक को ठीक करती हुई हाथ में कुछ गोटी लिये खुद में ही खेलने की कोशिश में लगी हुई थी ।
माँ आज अपने साथ ही ले आई थी दिहाड़ी पर ।वो नहीं आना चाहती थी फिर भी । उसका मन था कि वो अपने टिपरी पर ही खेले ।
वहां टिपरी पर ...सब साथ ही खेलते थे । आज भी सब खेल रहे होंगे ...!
वहां टिपरी पर ...सब साथ ही खेलते थे । आज भी सब खेल रहे होंगे ...!
बस मोना जो उसकी पक्की सहेली थी ....कई दिनों से गायब थी ।
सब कहते हैै कि उसके बाप ने उसे बेच दिया है ।
लेकिन मोना जाने से एक दिन पहले उसे कह गई थी कि बाप उसकी शादी कर रहा है ।
शादी तो अच्छी बात होती है । यह बेचना कैसे हुआ भला .....!!!
सब कहते हैै कि उसके बाप ने उसे बेच दिया है ।
लेकिन मोना जाने से एक दिन पहले उसे कह गई थी कि बाप उसकी शादी कर रहा है ।
शादी तो अच्छी बात होती है । यह बेचना कैसे हुआ भला .....!!!
मोना के जाने के बाद से ही उसके बापू के तो भाग जाग गये थे ..ऐसा बापू को कल कहते सुना था ।
अब उसका बापू भी कभी उसकी तरफ देखता है तो कभी अपने टुटी हुई छत को ।
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