BEST LAGHUKATHA AND POEMS IN HINDI FROM THE DIARY OF KANTA ROY
" सर , मै उड़ान के लिए तैयार हूँ । "
" यह आपकी पहली उड़ान है , कोई झिझक , कोई डर तो नहीं ...!!"
" कोई झिझक कोई डर नहीं । बस आप आदेश करें । "
कान्ता राॅय भोपाल
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